आदिवासी हो’ जनजाति में लगभग 132 गोत्र हैं। प्रचलित लोक कथाओं के अनुसार किलियों(गोत्र) के विभाजन के सम्बंध में अलग-अलग मान्यताएँ प्रचलित हैं। एक विश्वास के अनुसार, कर्म को विभाजन का आधार माना गया है। Read more…
आदिवासी हो होन को… #1. जोनोम सर सिदुबे को जन्म में तीर को जमीन में धंसाने वाले मुनु दोस्तुर ओतोंगे को आदिम विशिष्टता रखने वाले सरना दोरोम मनातिंग को सरना धर्म मानने Read more…
हो समाज रे मोए हो रेया वोंगा-बुरु टायेड १ 1 – देषाउलि – जयरा (सरना स्थल) २ 2 – पऊँइ ( पवित्र पउणी स्थल) ३ 3 – अकड़ा (पूजा अखाड़ा) ४ 4 – जतरा वोंगा ( जतरा स्थल) ५ Read more…
5 Comments
Sachin Gagrai · December 16, 2018 at 11:28 am
Aisa bhi hota hai …
admin · December 18, 2018 at 2:58 am
Haan
Anil Bodra · April 18, 2019 at 5:09 pm
Bahut khubh
admin · April 19, 2019 at 2:26 pm
बितिएम!
अपे मन् को तयते अरदास अर गोवारी यो: तना चि “Learn Ho app” अबु हो हुदा तला मला रे पुरे: ते पुरे: नितिरे पे , share रे पे ।
Rahul Angaria · April 22, 2019 at 6:31 am
Bahut badiye